बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
शहर के जीवन ज्योति अस्पताल में अल्ट्रासाउंड परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें दिल्ली, रोहतक, झज्जर समेत आसपास के क्षेत्र से आए 36 अल्ट्रासाउंड विशेषज्ञों ने शिरकत की। इस प्रशिक्षण का विषय गर्भ विकास निरूपण.. था। गौरतलब है कि एक स्वस्थ शिशु का जन्म परिवार के साथ ही डॉक्टर के लिए भी सकून का क्षण होता है। गर्भावस्था के दौरान गर्भ के विकास पर निरंतर ध्यान रखना एवं समय समय पर उचित परामर्श देना एक डॉक्टर की जिम्मेदारी होती है। इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को निभाने में सबसे जरूरी परीक्षण अल्ट्रासाउंड होता है। किसी भी तरह का सही समय पर अंदाजा लगाना व अवस्था के अनुसार जरूरी कदम उठाना है एक डॉक्टर का कर्तव्य होता है। इसलिए डॉक्टरों की अल्ट्रासाउंड की बारिकीयों को समय समय पर अवगत करवाने के लिए आईएसएआर हरियाणा चैप्टर ने सोनो स्कूल दिल्ली के साथ मिलकर एक ट्रेनिंग श्रंखला की शुरुआत की है। जिसका यह तीसरा चरण था। ट्रेनिंग के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को समझाते हुए जीवन ज्योति अस्पताल की डायरेक्टर ज्योति मलिक ने बताया कि अल्ट्रासाउंड से किस प्रकार हम ग्रोथ का निरूपण करते हैं व किस तरह सही समय पर सही सलाह देकर हम जच्चा व बच्चा के जान के खतरों को टाल सकते हैं । डॉक्टर ज्योति मालिक ने कहा कि अगर गर्भ विकारग्रस्त है तो कब एवं कैसे डिलीवरी की जाए, डिलीवरी के लिए क्या तैयारी की जाए इन सब विषयों पर इस इस प्रशिक्षण शिविर में चर्चा की गई। डॉक्टर ज्योति मालिक ने बताया कि इस प्रशिक्षण का चौथा व अंतिम चरण 11 अप्रैल को होगा।
फोटो कैप्शन :- जीवन ज्योति अस्पताल में अल्ट्रासाउंड प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले डाक्टर।