बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
शहर के वार्ड नंबर-16 में स्थित रविदास चौपाल में गुरु रविदास जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। संत रविदास सभा द्वारा आयोजित भव्य कार्यक्रम में पार्षद गुरदेव राठी ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। आयोजकों द्वारा उनका फूलमालाओं के साथ भव्य स्वागत किया गया। राठी ने कहा कि रविदास केवल एक समाज के नही अपितु सभी समाज के लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत थे। हमें उनके जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
संत रविदास सभा द्वारा बुधवार को सुबह जटवाड़ा मौहल्ला की संत शिरोमणी रविदास चौपाल में हवन-यज्ञ किया गया। जिसके बाद कार्यक्रम में भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें पार्षद राठी ने 11 हजार रुपए सहयोग राशि के रूप में भेंट किए। संत शिरोमणि गुरु रविदास की 641वीं जयंती समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए पार्षद गुरदेव सिंह राठी ने कहा कि संत महात्माओं का देश व समाज को जागरूक करने में बड़ा योगदान रहा है। संत शिरोमणि गुरु रविदास ने समाज में जातिवाद के भेदभाव को खत्म करने का आह्वान किया था। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों और भेदभाव को समाप्त करने के साथ-साथ लिंग भेद के विरूद्ध भी लोगों को जागरूक किया था। हमें अपने महापुरूषों की जयंती जरूर मनानी चाहिए, इससे उनकी यादें ताजा रहती हैं। चूंकि आज युवा वर्ग भारतीय संस्कृति व संस्कारों को भूलते जा रहे हैं। जो भविष्य के भारत के लिए शुभ संकेत नही है। युवाओं को चाहिए कि वह भारतीय संस्कृति का अनुसरण करें व महापुरूषों के जीवन से सीख लें। पार्षद गुरदेव ने कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास ने एक समतामूलक समाज का निर्माण करने की दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। आज जरूरत है कि हम सब उनके दिखाए गए मार्ग पर चलकर उनकी नीतियों का अनुसरण करें। इस अवसर पर प्रधान राज सिंह, सचिव सुभाष, ओमप्रकाश, राजकुमार, मनोज, धर्मपाल राठी, बलराम, संदीप कुमार, कृष्ण राठी, धर्मेंद्र उर्फ सोनू, रामनिवास दलाल आदि मौजूद रहे।