जीवप्रेमियो ने बचाई बतख के बच्चों की जान
बहादुरगढ़ की पारले फैक्ट्री के मुख्य गेट के अंदर सुरक्षा कर्मचारियों ने 11 नवजात बतख के बच्चों को देखा। इन छोटे बच्चों की सुरक्षा को लेकर कर्मचारियों ने इन बच्चों को एक पेटी में रख दिया। सोशल मीडिया के माध्यम से जब जीवप्रेमियो को इन 11 बतख के बच्चों की खबर लगी तो जीवप्रेमी सोनू दलाल मांडोठी व विनोद कुमार गौधन सेवा समिति मौके पर पहुंचे। इन्होंने कम्पनी के मुख्य गेट के पास पेड़ो में इन बतख के बच्चों को रख दिया। कुछ देर बाद मादा बतख इन बच्चों के पास आ गई। जीवप्रेमियो ने जब मादा बतख को उड़ाया तो वह उड़कर सड़क के दूसरी तरफ बने पानी के तलाबनुमा गड्ढों में चली गई। बच्चे छोटे होने के कारण उड़ने में असमर्थ थे। जीवप्रेमियो ने सभी 11 बच्चों को पेटी में सड़क के दूसरी तरफ बने तलाबनुमा गड्ढो में उनकी मां के पास छोड़ दिया। मादा बतख और सभी 11 बच्चे पानी में चले गये। मा बच्चों के इस मिलन को देखकर सभी खुश थे। इन बच्चों के रेस्क्यू ऑपरेशन में जीवप्रेमी सोनू मांडोठी, जीवप्रेमी विनोद गौधन सेवा समिति, पारले कम्पनी से एच आर हेड सज्जन जाखड व आई आर हेड वेदवर्त दलाल का विशेष योगदान रहा।