बहादंरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
करीब सौ करोड के भू-घोटाले में प्रशासन पर किस कदर राजनीतिक दबाव है यह साफ हो गया है। हैरत की बात है कि इस दबाव के आगे डीसी साहब के आदेश भी बेअसर नजर आ रहे हैं। यह कहना है पूर्व विधायक नफे सिंह राठी का। पूर्व विधायक ने कहा कि कुंदन सिनेमा की विवादित जमीन पर अवैध कब्जों को हटाने के डीसी के आदेश राजनीतिक संरक्षण के चलते 10 दिनों से धूल फांक रहे हैं। उन्होंने इस मामले सीधे भाजपा विधायक पर भू माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया। वीरवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व विधायक नफे सिंह राठी ने कहा कि कुंदन सिनेमा की विवादित जमीन घोटाले में लंबे समय से वह जनहित में सरकारी संपत्ति को भू माफिया से बचाने की लडाई लड रहे हैं। अब तो प्रशासन ने भी मान लिया कि जिनकी रजिस्ट्री खसरा नंबर 2331, 2335 और 2336 की करवाई गई है उनको कब्जा 2338 और 2337 में दे दिया गया है । खसरा नंबर 2337 और 2338 की जमीन पर किया निर्माण अवैध है। तहसीलदार ने अपनी जांच के बाद एडीसी को दी रिपोर्ट में साफ है कि विवादित जमीन पर 4 दुकाने बनवाई गई है जबकि एक दुकान 2337 में बनवाई गई है। पूर्व विधायक के अनुसार पत्र क्रमाक 3275 दिनांक 22.05.2018 जिलाधीश झज्जर द्वारा 22 मई को आदेश जारी करते हुए तहसीलदार मुख्तयार सिंह को ड्यूटी मजिस्टे्रट नियुक्त किया। साथ ही ड्यूटी मेजिस्ट्रेट की देखरेख में विवादित जमीन पर अवैध तरीके से बनाए निर्माण को गिराने के आदेश दिए। पुलिस को इस दौरान सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहा गया।
पूर्व विधायक ने सवाल उठाया कि 10 दिन बीत जाने के बावजूद भी डीसी के आदेशों की पालना क्यों नहीं की जा रही है। इसके पीछे राजनीतिक दबाव का आरोप लगाते हुए राठी ने कहा कि विधायक नरेश कौशिक आखिर कब तक अपनी राजनीतिक पहुंच के बल पर भू माफिया को बचाते रहेगें।
विधायक दे जवाब??
पूर्व विधायक नफे सिंह राठी ने भाजपा विधयाक नरेश कौशिक से सवाल किया कि करीब सौ करोड़ जमीन घोटाने के आरोपियों को क्लीन चिट देने वाले और विधानसभा तक में गलत बयानी कर अवैध निर्माण को सही ठहराने वाले अब जनता को जवाब दें। जब प्रशासन ने भी अपनी रिपोर्ट में आरोपों को सही मान लिया है तो क्या अब वह जनता से माफी मांगेगे।