बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
देश में महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ने से लोगो में रोष है। कश्मीर के कठुआ जिले में आठ साल की मासूम बच्ची आसिफा के साथ हुए जघन्य अपराध ने लोगों को झंझोड़ कर रख दिया है। आसिफा को न्याय दिलाने और आत्मिक शांति के लिए सोमवार को नोबेल प्राइज विजेता कैलाश सत्यार्थी द्वारा संचालित बचपन बचाओ आंदोलन के बैनर तले युवाओ और बच्चो ने सड़क पर उतर कर कैंडल मार्च निकाला। और न्याय की मांग करते हुए नारे लगाकर विरोध-प्रदर्शन किया। सड़कों पर इंसाफ की मांग करते हुए आसिफा के हम उम्र बच्चे ने भी कैंडल मार्च में हिंसा लिया।
नन्हेें बच्चों ने इन्साफ की मांग
सिटी पार्क मेट्रो स्टेशन से शहीदी स्मारक तक आसिफा को इंसाफ दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया। इस मार्च में शहर के युवाओ और छोटे बच्चो ने भाग लिया। बचपन बचाओ आंदोलन के जिला संयोजक सुधीर फौगाट ने कहा कि यह कैंडल मार्च केवल आसिफा के लिए नहीं बल्कि हर उस देश की बेटी के लिए है, जो आज हमारे देश में फ़ैल रहे भय के माहौल में जी रही है।यह घटना पुरे देश को शर्मसार करने वाली है। दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहियें जिससे आने वाले समय में कोई बेटियों के साथ इस तरह का अपराध करने से पहले सो बार सोचे। कैंडल मार्च में शामिल हुए अग्रवाल सम्मेलन के युवा प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस गुप्ता ,निशांत राठी, सोमबीर रुहिल,अमित दलाल,तरुण,मोहित,विजय दहिया,रमेश आदि ने विरोध जताते हुए दोषियों को सरेआम चौंक फांसी देने की मांग की और कहा कि राज्यों और केंद्र सरकार मे बड़े बड़े पदों बैठी महिलाओं से उनकी अपील है की वह अब जाग जाए और दोषियों को सजा दिलाने के लिए आवाज उठाएं। युवाओ ने कहा की हरियाणा व् मध्यप्रदेश में 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से दुष्कर्म करने वाले दुराचारियों के लिए जो सख्त क़ानून बनाया गया है उसी प्रकार से समानांतर क़ानून पुरे देश में बनाये जाए।
