बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
पिछले दिनों हरियाणा राज्य में लगातार हुई नाबालिग यौन शोषण की घटनाओं ने प्रदेश को हिलाकर रख दिया । स्थानीय ह्यूमन सोसायटी के अध्यक्ष भारत नागपाल ने इस जघन्य अपराध की कड़े शब्दों में निन्दा की । उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की गई पहल का हरियाणा सरकार द्वारा किया गया अनुसरण प्रशंसनीय है और नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म के दोषियों को मौत की सजा मिलनी ही चाहिए। पोक्सो एक्ट में भी बदलाव की बात मंत्रिमण्डल की बैठक में कही गई जिससे इस जघन्य अपराध की रोकथाम को लेकर काम कर रही संस्थाओं में एक आशा की किरण जगी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह इस अमानवीय कृत्य को लेकर आमजन में भय का माहौल बन रहा था अब इस निर्णय से उस पर अंकुश लगाया जा सकेगा । चंूकि ऐसे निर्णय कोई भी सरकार पहले राज्यपाल और फिर महामहिम राष्ट्रपति की स्वीकृति से ही कर सकती है तो हमें कुछ सकारात्मक कार्यवाही का इंतजार है। ह्यूमन सोसायटी बाल यौन शोषण की रोकथाम को लेकर समय≤ पर जागरुकता अभियान आमजन के बीच चलाती रहती है एवं प्रशासनिक अधिकारियों को भी ज्ञापन दिए जाते रहे हैं जिसमें अन्य स्थानीय संस्थाओं का भी यथासम्भव सहयोग ह्यूमन सोसायटी को निरन्तर मिल रहा है। वैसे तो पुलिस विभाग द्वारा भी महिलाओं से छेड़छाड़ की रोकथाम को लेकर काफी सक्रियता देखने को मिलती है। महिला पी.सी.आर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमेशा चैकन्ना रहती है और ‘‘आपॅरेशन दुर्गा‘‘ जैसे अभियान भी इस कड़ी में अहम भूमिका निभाते हैं। इस बारे ह्यूमन सोसायटी के सदस्य स्थानीय एएसपी लोकेन्द्र कुमार (आई.पी.एस) से भी मिले थे। शहर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उन्होंने बहुत ही सकारात्मक रुख दिखाया और हर पल सुरक्षा का माहौल देने की बात कही। सोसायटी सचिव प्रदीप गुप्ता ने कहा कि इस बेहद गम्भीर समस्या को सरकारी तंत्र द्वारा अब कुछ सकारात्मक कार्यवाही देखने को मिल रही है। ह्यूमन सोसायटी इस निर्णय का स्वागत करती है और शीघ्र ही लागू होने को लेकर आश्वस्त है। उन्होंने कहा कि पोक्सो एक्ट के नियम भी पूरी तरह लागू नहीं हो पाते उनके प्रति संवेदनशीलता भी बहुत जरुरी है। यदि ऐसे बुरे कर्म करने वाले अपराधी को शीघ्र ही सख्त सजा दे दी जाए तो अगला कदम रखने वाला जरुर भयभीत होगा। हाल ही में पूरे राज्य में जो कुछ घटित हुआ उससे एक सभ्य समाज को शर्मशार होना पड़ता है। पिछले दिनो पलवल के एक गांव में तो पुलिस कार्यवाही भी समय पर नहीं हो पाई। ऐसे ढुलमुल रवैये से भी इन शातिर अपराधियों के हौंसले बुलन्द हो जाते हैं। एक तरफ हम चाहते हैं कि बेटियाँ आगे बढ़े और देश प्रदेश के लिए कुछ अच्छा करे तो हम उनका सुरक्षा में चूक क्यों होने देते हैं। उसके लिए आमजन के जागरुक होने के साथ-साथ किसी भी प्रदेश सरकार व केन्द्र सरकार का ऐसे अपराधों के प्रति सख्त रवैया होना भी बहुत आवश्यक होता है और ऐसे प्रस्ताव एकमत से पारित होेकर तुरन्त लागू हो जाने चाहिए। हमारी सोसायटी इस कार्य में सहयोग के लिए हर कदम सरकार एवं प्रशासन के साथ खड़ी रहेगी। सोसायटी प्रवक्ता रमन शर्मा ने राज्य सरकार के इस प्रावधान को मंजूरी दिए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे निर्णय आमजन में एक अच्छा संदेश लेकर आते हैं और यह भी आशापूर्ण है कि विपक्षी पार्टियों ने भी ऐसे निर्णय में राज्य सरकार को पूरजोर समर्थन दिया है चंूकि इस तरह के अपराध किसी भी शिक्षित समाज पर एक धब्बा होते हैं । इस तरह के अपराधों पर यथासम्भव अंकुश लगाने के लिये सरकार को नशावृति, आवारागर्दी, छेड़छाड़ जैसी तुच्छ दिखने वाली घटनाओं को कम नहीं आंकना चाहिए और तुरन्त कार्यवाही के आदेश प्रशासन द्वारा दिए जाने चाहिए और स्कूली स्तर पर भी नियमित नैतिक शिक्षा व चरित्र निर्माण संबधित पाठ्यक्रम को आवश्यक तौर पर लागू करना चाहिए जिससे सरकार का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ‘ अभियान धरातल पर भी चरितार्थ हो सके। ह्यूमन सोसायटी अपने स्तर पर बेहद गम्भीरता से और निरन्तर बालयौन शोषण की रोकथाम को लेकर कार्य कर रही है और पूर्ण आशान्वित है कि अब शीघ्र ही देश में इस तरह के अपराध को लेकर सख्त कानून बनेगा जिसमें कम से कम फांसी की सजा का प्रावधान होना चाहिए। तभी हमारा समाज बेटियों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त होगा और बेटियाँ भी हर क्षेत्र में निर्भीक होकर आगे बढ़ सकेगी ।
फोटो कैपशन: भारत नागपाल(अध्यक्ष ह्यूमन सोसायटी)