बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
हरियाणा सरकार द्वारा 12 साल या उससे कम उम्र की लड़कियों के साथ दुष्कर्म के दोषियों को मौत की सजा के प्रावधान को मंजूरी देने का स्वागत करते हुए महिला प्रदेश कांग्रेस महासचिव एवं एडवोकेट डा. नीना सतपाल राठी ने कहा कि दुनिया में बढ़ते यौन अपराध आज के दिन की सबसे बड़ी त्रासदी है और सुसंस्कृत भारत में इसके बढ़ते आंकड़ें भारत की गरिमामयी समझ पर कालिख पोत रहे हैं। आए दिन स्कूल, घर, ट्यूशन, पार्क में बच्चों के यौन शोषण की नयी-नयी कहानियां सामने आ रही हैं। मगर समाज के रूप में हम इस मामले में अब भी सोये हुए ही हैं।
डा. नीना सतपाल राठी ने महिला जिलाध्यक्षों व पदाधिकारियों की मीटिंग भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कार्यालय में हुई। इस दौरान अपने विचार रखते हुए कहा कि बच्चियों व महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों पर रोक लगाने के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। ताकि बच्चियों व महिलाओं को सुरक्षित माहौल मिल सके और वे स्वच्छंद कहीं पर भी आ-जा सके। उन्होंने कहा कि जब चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार थी तो बेटियां व सबके हित सुरक्षित थे। अपराधों पर रोक लगी हुई थी। अपराधी हरियाणा छोडक़र भाग गए थे। उनकी प्रशासन पर पकड़ थी लेकिन अब भाजपा शासनकाल के दौरान अपराध बेलगाम है और आए दिन बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई सुरक्षित नहीं है। बता दें कि कुछ रोज पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में हुई राज्य मंत्रिमंडल की एक बैठक में यौन अपराधों से जुड़े मौजूदा आपराधिक कानूनों को और कड़ा करने का फैसला किया गया। मंत्रिमंडल ने फैसला किया कि 12 साल तक की लडक़ी के साथ दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म केमामले में मौत की सजा होगी या सश्रम कारावास होगा जो 14 साल से कम का नहीं होगा और उम्रकैद में बदल सकता है। मंत्रिमंडल के निर्णय का स्वागत करते हुए एडवोकेट एवं नगर पार्षद डा. नीना सतपाल राठी ने कहा कि अकेले हरियाणा में गत पांच वर्षों में 12 वर्ष से कम आयु की 377 बच्चियों के साथ दुष्कर्म होना शर्मनाक है। यह समय हम सबको अपने गिरेबान में झांकने का है। इस तरह की वारदातों से सबक लेकर चिरनिंद्रा से जागने का समय है। हम शासन-प्रशासन पर दोष मढ़ कर स्वयं दोषमुक्त नहीं हो सकते और ना ही सीरियल्स या फिल्मों में बढ़ते खुलापन को दोषी बनाकर अपना दामन बचा सकते हैं। छोटी से छोटी घटनाओं का असर बच्चों पर बहुत गहरा पड़ता है। इन मामलों में माता-पिता और परिवार के साथ समाज को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। बच्चे सिर्फ कल का भविष्य ही नहीं हैं बल्कि वो हमारे परवरिश की धरोहर को आगे ले जाने वाले वाहक हैं। आज बच्चों के साथ हो रहे यौन शोषण ही समस्या नहीं रह
गयी है बल्कि बच्चों की ऐसे अपराधों में बढ़ती संलिप्तता भी चिंतनीय है। सजगता से हम बच्चों के आज की मासूमियत और कल की सही समझ बचा सकते हैं। उन्होंनेे आमजन से आह्वान किया है कि यदि कहीं पर भी बच्चियों के साथ कोई घिनौना कार्य होता है तो उसे छुपाए नहीं बल्कि दोषियों को
सख्त से सख्त सजा दिलाने में अहम रोल अदा करें।
–फोटो कैप्शन: वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री डा. नीना सतपाल राठी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद सुष्मिता देव व अन्य के साथ।