बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
अचानक से शरीर के वजन का बढ़ना,लम्बे समय तक खांसी, चोट, गर्भावस्था में पेट पर पड़ने वाले दबाव, बढ़ती उम्र, भारी वजन उठाने और लगातार कब्ज रहने के कारण पेट पर दबाव पड़ता है जिसके कारण भी हर्निया हो सकता है। हर्निया और अपेन्डिक्स के कारण पेट में तेज दर्द भी होता है। इसलिये जरूरी है कि पेट में जब तेज दर्द हो तो डॉक्टर की सलाह और जांच करवानी चाहिये । हर्निया या अपेन्डिक्स पाये जाने पर उसका सही समय पर उपचार भी करवा लेना चाहिये नही तो कई मामलों में ये जानलेवा भी हो सकता है। ये कहना है शहर के डॉक्टर संजय मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर विकास का। डॉक्टर विकास कानौंदा गांव में मरीजों की जांच कर रहे थे। हॉस्पिटल की ओर से कानौंदा गंाव में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। जांच शिविर में 220 लोगों की जांच की गई। जांच के उपरान्त डॉक्टर की सलाह पर मरीजों को निशुल्क दवाईयां भी उपलब्ध करवाई गई है। स्वास्थ्य जांच शिविर के दौरान कई मरीजों ने अचानक से होने वाले पेट में दर्द की शिकायत डॉक्टर विकास को बताई थी। मरीजों की जांच के बाद उन्होंने बताया कि पेट का दर्द हमे कई संकेत देता है। इसलिये अगर आपको अक्सर पेट मंे दर्द रहता है ,दर्द के साथ जी मचलाने या उल्टी भी आती है और लम्बे समय से कब्ज भी है तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिये। उन्होंने बताया कि हर्निया से बचाव भी हो सकता है और उसका उपचार भी आसान है। उन्होंने बताया कि जीवन शैली में बदलाव, दवाईयों और सर्जरी के जरिये हर्निया को ठीक किया जाता है। पेट में जलन पैदा करने वाले भोजन को छोड़कर , नियमित व्यायाम कर और वजन को नियंत्रित कर हर्निया से बचा भी जा सकता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक जीवन की भागदौड़ में शरीर की सभी मासपेशियों पर भी भारी दबाव डाला जा रहा है। और मासपेशियों की मजबूती और स्वास्थ्य का ख्याल कम कर दिया गया है जिसके कारण बिमारियां बढ़ी है। स्वास्थ्य जांच शिविर में डॉक्टर योगेश ने भी मौसमी बिमारियों से पीडि़त मरीजों की जांच की। इसके साथ जांच शिविर में आने वाले मरीजों का ब्लड प्रैशर, हिमोग्लोबिन और ईसीजी की जांच भी नि:शुल्क की गई। इस मौके पर गांव के सरपंच अशोक प्रधान और पूर्व सरपंच सत्ते प्रधान भी मौजूद रहे।