बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
हरियाणा साहित्य अकादमी के तत्वावधान में रविवार को झज्जर में आयोजित काव्योत्सव सृजन गंगा में पधारे जिले के कलमवीरों ने अपनी इन्द्रधनुषी प्रस्तुति से श्रोताओं को लगभग तीन घंटे तक मंत्रमुग्ध किए रखा। कार्यक्रम के संयोजक कवि कृष्ण गोपाल विद्यार्थी की अध्यक्षता में संपन्न इस कार्यक्रम का मंच संचालन हास्य कवि मास्टर महेंद्र सिंह ने किया। कार्यक्रम में जहां झज्जर के कवियों ने खूब रंग जमाया वहीं पहली बार किसी मंच से कविता पाठ करने आए बहादुरगढ़ के युवा व्यवसायी सोनू मुंजाल व राष्ट्रीय स्तर की अनेक शरीर सौष्ठव प्रतियोगिताओं में बहादुरगढ़ का नाम रोशन कर चुके अनिल कुमार ने अपनी प्रस्तुति से सभी को भावविभोर कर दिया।
कुमारी दामिनी पांचाल के काव्यपाठ से शुरू इस काव्योत्सव में दामिनी व वीरेंद्र कुमार कौशिक ने अपनी रचनाओं के माध्यम से बेटी बचाओ का संदेश दिया तो मनमोहन दरवेश ने आधुनिक युग में पैसे को इंसा की पहचान बताया।महेंद्र सिंह लकडिय़ा ने अपनी कविता में देश की वर्तमान स्थिति का मार्मिक चित्रण किया। सुरेश कुमार वकील, दलवंती सहरावत और अनिल कुमार भारतीय ने जहां अपनी सस्वर प्रस्तुति से सभी को प्रभावित किया वहीं शिव ओम शिव व करुणेश वर्मा ने अपनी किशोरावस्था से जुड़ी यादों को कविताओं के जरिये सांझा किया। जयपाल सिंह ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर देशद्रोह के नारे लगाने वाले युवाओं पर कटाक्ष किया तो धर्मसिंह नादान व बनवारी लाल ने भारत के गौरवशाली अतीत का हवाला देते हुए देश के उज्जवल भविष्य की कल्पना को साकार करने का आह्वान किया। राज अरोड़ा (गाईड)व सोनू मुंजाल ने युवा शक्ति को ऊर्जा का स्त्रोत बताते हुए इसके सदुपयोग की बात कही। खेमचन्द सहगल की गज़़ल और रुबाइयों को भी बेहद पसंद किया गया। मास्टर महेन्द्र की हरियाणवी हास्य रचनाओं ने सभी को हंसा हंसाकर लोटपोट कर दिया। कृष्ण गोपाल विद्यार्थी के काव्यपाठ और अध्यक्षीय संबोधन के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।
