बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
मेवाड़ की रानी पद्मावती के जीवन चरित्र पर आधारित बताई जा रही संजयलीला भंसाली की फिल्म पद्मावती रिलीज होने से पहले फिर विवादों में आ गई है। फिल्म की शूटिंग के समय जयपुर में तीखा विरोध करने वाला राजपूत समाज फिर सक्रिय हो गया है। बहादुरगढ़ राजपूत सभा के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि आईएसआई व दाऊद के इशारे पर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने वाली इस तरह की फिल्मों का निर्माण हो रहा है ताकि राजपूत सहित सम्पूर्ण हिन्दू समाज की छवि बिगाड़ी जा सके। ऐसी फिल्म का प्रदर्शन पूरे देश में किसी स्थिति में नहीं होने दिया जाएगा।
ठाकुर सुरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि रानी पद्मावती को रानी पद्मिनी के नाम से भी जाना जाता है। वह 13वी-14वी शताब्दी की एक महान भारतीय रानी थी। उनका ऐतराज है कि फिल्म पद्मावती में जिस अंदाज में उनको पर्दे पर उतारा गया है, वो सही नहीं है। अलाउद्दीन खलजी और पद्मावती के बीच प्रेम संबंध नहीं था, लेकिन दोनों के बीच प्रेम कहानी को फिल्मी पर्दे पर उतारा गया है। राजूपत समाज पूरे देश में फिल्म की रिलीज का विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि भारत का क्षत्रिय समाज रानी पद्मावती को अपनी मां की तरह मानता है, लिहाजा किसी भी शख्स को इस बात की इजाजत नहीं दी जा सकती है वो उनका अपमान करे। चौहान ने कहा कि फिल्म वाले दो-तीन मिनट का प्रोमो या ट्रेलर अच्छा दिखा लोगों को मूर्ख बनाते है और बाद में पूरी फिल्म में अश्लीलता व अलग ही नजारा होता है। फिल्म का प्रोमो या ट्रेलर रिलीज करने से पहले राजपूत समाज से किसी तरह की कोई राय नहीं ली गई। इस कारण से पूरे देश में इस फिल्म का पुरजोर विरोध शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बॉलीवुड ने हिन्दुओं का बदनाम करने का ठेका ले रखा है। इसके तहत फिल्मों में ठाकुर को जालिम जैसा दिखा उनकी छवि खराब की जाती है, जबकि उनकी सेवा व वीरता किसी से छुपी हुई नहीं है। उन्होंने कहा कि राजपूत ही नहीं पूरा हिन्दू समाज बॉलीवुड के निशाने पर है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
