बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
शहर के नया गांव रोड स्थित सेठ रामअवतार गोयल गो एवं वन्य जीव उपचार केन्द्र में रविवार को साप्ताहिक हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। हवन यज्ञ में जजमान के रूप मे ओम दलाल रहे। हवन यज्ञ को विधिवत रूप से सुदामा तायल ने संपन्न करवाया। हवन यज्ञ के पश्चात जजमान ओम दलाल ने गाय का महत्व बताते हुए कहा कि भारत में गाय को देवी का दर्जा प्राप्त है। पुराणों के अनुसार गाय में सभी देवताओं का वास माना गया है। गाय को किसी भी रूप में सताना घोर पाप माना गया है। उसकी हत्या करना तो नर्क के द्वार को खोलने के समान है, जहां कई जन्मों तक दुख भोगना होता है। अथर्ववेद के अनुसार गाय समृद्धि का मूल स्रोत है। गाय समृद्धि व प्रचुरता की द्योतक है। वह सृष्टि के पोषण का स्रोत है। वह जननी है। गाय के दूध से कई तरह के उत्पाद बनते हैं। गोबर से ईंधन व खाद मिलती है। इसके मूत्र से दवाएं व उर्वरक बनते हैं। गाय इसलिए पूजनीय नहीं है कि वह दूध देती है और इसके होने से हमारी सामाजिक पूर्ति होती है, दरअसल मान्यता के अनुसार 84 लाख योनियों का सफर करके आत्मा अंतिम योनि के रूप में गाय बनती है। गाय लाखों योनियों का वह पड़ाव है, जहां आत्मा विश्राम करके आगे की यात्रा शुरू करती है। वैज्ञानिक कहते हैं कि गाय एकमात्र ऐसा प्राणी है, जो ऑक्सीजन ग्रहण करता है और ऑक्सीजन ही छोड़ता है। जबकि मनुष्य सहित सभी प्राणी ऑक्सीजन लेते और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ते हैं। पेड़-पौधे इसका ठीक उल्टा करते हैं। इस अवसर पर कृष्ण चावला, बिजेंद्र राठी, सोनू बंसल, सुनील छिल्लर, संदीप आर्य, अमित आर्य, रमेश राठी, सुशील राठी, राजकुमार, प. अमित मिश्रा सहित अनेक गोसेवक उपस्थित रहे।
