बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
पुलिस लाइन झज्जर में आयोजित तीन दिवसीय राज्यस्तरीय स्वर्ण जयंती श्रेष्ठ पशुधन प्रदर्शनी एवं मेले में मुर्राह नस्ल की भैंस लक्ष्मी का कटड़ा हीरा मेले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। हिसार के गांव सिंघवा खास के पशु पालक कपूर सिंह की मुर्राह नस्ल की भैंस लक्ष्मी 2013 में 25 लाख रूपये की बिकी तो पूरे देश-प्रदेश और मीडिया में कई दिनों तक चर्चा में रही थी। लक्ष्मी ने 28 लीटर दुध का रिकार्ड कायम किया था। हीरा की मां लक्ष्मी को आंध्र प्रदेश के पशु पालक ने 25 लाख में खरीदा , जिसने 32 लीटर दुध देकर लिमका बुक आफ रिकार्ड में स्थान बनाया। लक्ष्मी के कटड़े को कपूूूूर सिंह ने अपने पास रख लिया था जिसका नाम हीरा है। लगभग साढ़े पांच फीट ऊ ंचे और पशु पालक के दावे के अनुसार देश के सबसे चौडें़ मुर्राह नस्ल का भैंसा जिसका नाम हीरा है। हीरा की आयु लगभग पौने पांच साल की है। कपूर सिंह से हीरा की कीमत पूछी गई तो उन्होंने बड़ी सादगी से कहा कि यह उनके लिए अनमोल हीरा है।
पशु पालक क पूर सिंह का कहना है कि हीरा मुक्तसर में आयोजित आल इंडिया चैंंपियनशिप में प्रथम स्थान का प्राप्त किया था। हीरा गुजरात के एनडीडी में पंजीकृत है। हीरा के सीमन की मांग बाजार में बहुत ज्यादा है।हीरे के मालिक को सीमन बेचकर लगभग डेढ़ करोड़ की कमाई प्रति वर्ष होती है। इसलिए हीरा को बेचने की बात उसने अभी तक सोची भी नहीं है। कपूर सिंह ने बताया कि हीरा को प्रतिदिन आठ किलो दाना, सात से आट किलो दूध और पाव घी दिया जाता है। हीरा के पौष्टिक आहार और उसकी मालिश आदि का विशेष ध्यान रखा जाता है।
हीरा के मालिक कपूर सिंह ने बताया कि उसको बचपन से ही अच्छे पश्ुा रखने का शौक है और उन्हें खुशी है उनका बेटा जगबीर सिंह भी अब इस कार्य को बखूबी संभाल रहा है। उन्होंने कहा कि पशु पालन फायदा का सौदा है अगर पूरे मन के साथ किया जाए तो। कपूूर सिंह ने बताया कि कृषि मंत्री औम प्रकाश धनखड़ ने इस बार प्रदर्शनी में पशुओं की खरीद फरोख्त शुरू करवाकर अच्छा कार्य किया है । खरीद फरोख्त होने से निश्चित रूप से पशु पालकों को लाभ मिलेगा और श्रेष्ठ पशुओं की कीमत का आकलन भी होगा।
फोटो कैप्शन: हीरा के साथ पशुपालक कपूर सिंह व जगबीर सिंह
