बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
हर बार त्योहारों पर सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर चस्पाकर शुभकानाएं देने वाले नेताओं में एक मुकाबला सा हो जाता है कि कौन नेता सबसे अधिक पोस्टर चिपकाकर सार्वजनिक स्थानों को कितना गंदा कर सकता है। हर बार की तरह इस दीपावली पर भी विभिन्न पार्टियों के नेताओं में अपने प्रचार के लिए जमकर पोस्टर वार हुआ। इस पोस्टर वार में भाजपा के कुछ नेताओं ने बाजी भी मार ली। खासकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बहादुरगढ़ सीमा में मैट्रो के कुछ पिलरों को तो कुछ भाजपा नेताओं ने पोस्टरों से पूरी तरह आट दिया। इन पिल्लरों पर जहां 95 प्रतिशत भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के पोस्टर लगे हैं। वहीं 5 प्रतिशत पर कुछ अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं व निजी संस्थानों ने अपने पोस्टर लगाये हैं। शहर के अन्य सार्वजनिक स्थानों का भी लगभग यहीं हाल है। एक तरफ तो भाजपा सरकार स्वच्छता अभियान पर करोड़ों खर्च कर रही है, भाजपा नेता व कार्यकर्ता आमजन को सफाई का पाठ पढ़ाते नहीं थक रहे, वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता ही शहर को पोस्टरों से आटने में सबसे आगे बने हुए हैं। भाजपा को चाहिए कि वह जनता को सफाई का पाठ पढ़ाने से पहले अपने उन नेताओं व कार्यकर्ताओं को सफाई का पाढ़ पढ़ाने का कार्य करे जो पोस्टरों व बैनरों द्वारा शहर के सौन्दर्यकरण में बाधा बन रहे हैं।
